मसान की होली
यह एक अद्वितीय पर्व है जो जीवन और मृत्यु का संगम दर्शाता है. हमारे ग्रामों में, यह होली अपने रंगों से भरपूर होती है, लेकिन इस पर्व की एक अलग ही छवि है। यह हमें याद दिलाता है कि जीवन अस्थायी है और मृत्यु सिर्फ एक परिवर्तन का प्रतीक है। रीति-रिवाजों के माध्यम से, हम अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनका स्मरण करते हैं। यह पर्व हमें जीवन जीने का महत्व सिखाता है और मृत्यु के प्रति शांत रहना सिखाता है।
मथुरा नहीं, बनारस में ही रंगों की धड़कन
बनारस शहर इसका रूप रंगों से सजाता है। हर कोने में, मनोरम रंगों का दृश्य देखने को मिलता है।
आस्था|यहाँ धार्मिक स्थलों की प्राचीनता भी रंगों से भरी होती है। गंगा जी के किनारे पर, रंग-बिरंगे पंडाल और दीये जगमगाते हैं, जो शहर को एक शानदार रूप प्रदान करते हैं।
इस शहर में हर फेस्टिवल रंगों से सराबोर होता है होली पर तो रंगों का जश्न देखने लायक होता है।
शहरी क्षेत्र में होलिका दहन
यहाँ सभी जगहों पर होलिका का जलन होता है। यह पारंपरिक त्योहार किया जाता है, और लोग इस दिन उत्सव मनाते हैं । प्रत्येक व्यक्ति होलिका की अग्नि में अपने जीवन के दोषों को जलाता है और एक स्वच्छ शुरुआत का वरदान माँगता है। यह दिन उमंग और उत्साह से भरा होता है । होली की पूर्व संध्या में लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं और इस दिन का आनंद लेते हैं।
यात्रा का मार्ग : अमृत के तल से
भक्ति का ज्वार, मनोकामनाओं का सरोवर। अमरनाथ से लेकर मंसातीर्थ एक ऐसा पवित्र क्षेत्र जहां धरती और आकाश मिलते हैं।
हिमालय की चोटियों , धाराओं का संगीत । हर कदम पर भक्ति का आह्वान, मन की मंथन ।
संस्कृति के रंग को महसूस करते हुए, हम इस धार्मिक मार्ग में खो जाते हैं।
मौत के द्वार पर रंगों का उत्सव
यह एक अनोखा त्योहार है, जहाँ जीवन और मृत्यु का सामंजस्य देखने को मिलता है। पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ, लोग अपने प्रियजन की याद में रंगो से सजे त्योहार मनाते हैं। पीले रंगों ने इस मौके को एक अद्भुत और सुखद अनुभव बनाया है, जो जीवन और अस्तित्व के चक्र का प्रतीक है।
यह त्योहार लोगों में शांति की read more भावना जगाता है और उन्हें इस स्थिति में चलने के लिए उत्साही बनाता है।
बनारस की मसान होली: एक ख़ास त्योहार
बनारस, भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक, अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल रंगों और उत्साह से भरी होली का जश्न मनाया जाता है, जो खास होता है। इस होली को "मसान होली" के रूप में जाना जाता है, और यह शहर के क़दम पुराने हिस्से में मनाया जाता है।
लोगों|बनारस के लोग इस होली को खास ढंग से मनाते हैं। इस दिन, लोग एक-दूसरे पर रंग लगाने और मीठे व्यंजन खाकर उत्सव का आनंद लेते हैं। मसान होली की कहानी प्राचीन से जुड़ी है, जो शहर के अतीत में वापस जाती है।
- किस्सा बताते हैं कि मसान होली का प्रारंभ एक पुराना वीर से हुआ था, जिसे शहर के लोगों ने बहुत उत्साही माना।
- कहानी के अनुसार, इस वीर ने एक बार होली के दिन लोगों को रंग लगाकर उनकी निरंजनता बढ़ाई थी।
- इस घटना से प्रेरित होकर, लोग आज भी मसान होली का जश्न उत्साही मनाते हैं और उस वीर की याद को जीवित रखते हैं।
अगर आप बनारस जाते हैं, तो आपको इस खास होली का अनुभव जरूर करना चाहिए। यह एक ऐसा त्योहार होगा जो आपको भारत की संस्कृति और परंपराओं के बारे में और भी जानने में मदद करेगा।